पितरों का श्राद्ध करना हिंदू धर्म के लिए बहुत आवश्यक माना जाता है। माना जाता है यदि किसी मनुष्य का विधिपूर्वक श्राद्ध और तर्पण न किया जाए तो उसे इस लोक से मुक्ति नहीं मिलती। इस वीडियो में हम आपको पितृ पक्ष का महत्त्व बताने जा रहे हैं <br /><br />Don't forget to Share, Like & Comment on this video<br /><br />Subscribe Our Channel Artha : https://goo.gl/22PtcY <br /><br />१ पितृ पक्ष, सोलह दिनों का संपूर्ण कृष्ण पक्ष का कालावधि है, जो भाद्रपद महीने में होता है। इस कालावधि को पितरों को संतुष्ट करने के लिए समर्पित किया है<br /><br />२ यह अनंत चतुर्दशी की पूर्णिमा रात के बाद तुरंत शुरू होता है और सर्व पितृ अमावस्या या महालय अमावस्या पर समाप्त होता है<br /><br />३ पितृ पक्ष के पहले दिन को श्राद्ध पूर्णिमा कहा जाता है, परंतु इस दिन श्राद्ध करना गलत है <br /><br />४ यह हिंदुओं के लिए उनके पितरों (पूर्वजों) को श्रद्धांजलि देने के लिए एक बहुत ही महत्वपूर्ण काल है<br /><br />५ इस अवधि को पितृ श्राद्ध, पितृ पोक्खो, सोला श्राद्ध, कनागट, जितिया, अपरा पक्ष इन नामों से भी जाना जाता है<br /><br />६ हिंदुओं का दृढ़ विश्वास है कि पूर्वजों (विशेषकर तीन पूर्ववर्ती पीढ़ी) की आत्माएं पितृ-लोक में रहती है<br /><br />७ विश्वास के अनुसार, यह आत्माएं पितृ-लोक छोड़ कर पितृ पक्ष के समय उनके वंश के घरों में रहने आती है<br /><br />८ इसलिए हिंदू इस कालावधि में इनको संतुष्ट करने का प्रयास करते है। परंपरागत रूप से, मृतक का पसंदीदा भोजन पहले दिन कौवे को दिया जाता है<br /><br />९ बाद में पितृ पूजा की जाती है जिसमें पिंड दान और तर्पण समविष्ट होते जो आम तौर पर सर्व पितृ अमावस्या पर किये जाते है<br /><br />१० भारतीय संस्कृति के बारे में अधिक जानकारी के लिए हमारे यूट्यूब चॅनेल को सब्सक्राइब करें और हमारा फेसबुक पेज लाइक करें <br /><br />Like us @ Facebook - https://www.facebook.com/ArthaChannel/ <br />Check us out on Google Plus - https://goo.gl/6qG2sv <br />Follow us on Twitter - https://twitter.com/ArthaChannel <br />Follow us on Instagram -https://www.instagram.com/arthachannel/ <br />Follow us on Pinterest - https://in.pinterest.com/channelartha/ <br />Follow us on Tumblr - https://www.tumblr.com/blog/arthachannel